वाशिंगटन| अंतररार्ष्ट्रीय बास्केटबॉल महासंघ (फीबा) द्वारा सिख खिलाड़ियों के पगड़ी पहन कर खेलने पर लगी रोक के फैसले पर पुनर्विचार में की जा रही देरी पर सिख समाज सहित अमेरिका के दो सांसदों ने भी विरोध जताया है। डेमोक्रेट सदन के सदस्य एमी बेरा और जोए क्रोली ने एक बयान जारी कर कहा कि फीबा द्वारा किए जा रहे प्रत्येक दिन की देरी का मतलब है कि सिख खिलाड़ी उतने दिन नहीं खेल पाएंगे।
गौरतलब है कि फीबा ने कहा है कि पगड़ी पहन कर खेलने से जुड़े फैसले पर पुनर्विचार में अभी थोड़ी देरी होगी। सासंदो ने कहा कि फीबा द्वारा पुनर्विचार में देरी किए जाने से हम निराश हैं। यह पूर्ण रूप से पक्षपाती और खेल भावना के विपरीत है। उन्होंने कहा कि बिना देरी किए सिख खिलाड़ियों को खेलने की अनुमति दी जानी चाहिए।
फीबा द्वारा पुर्नविचार में देरी होने का निर्णय उस समय आया है जब शनिवार से स्पेन में बास्केटबॉल विश्व कप शुरू हो रहा है। गौरतलब है कि फीबा एशिया कप के दौरान दो सिख खिलाड़ियों को रेफरी ने मैच के दौरान कहा था कि अगर उन्हें खेलना है तो अपनी पगड़ी उतारनी होगी। रेफरी द्वारा बताया गया कि यह फीबा नियमों का उल्लंघन है। खिलाड़ी कुछ भी ऐसा नहीं पहन सकते जिससे दूसरे खिलाड़ियों को चोट लगे।
पिछले हफ्ते भी क्रोली और बेरा ने कई दूसरे अमेरिकी सांसदों के साथ मिलकर एक पत्र फीबा को भेजा था। इस पत्र में यह यह मांग की गई थी कि सिख खिलाड़ियों को पगड़ी पहन कर बास्केटबॉल खेलने की अनुमति दी जाए। इस फैसले के खिलाफ सिख अमेरिकन लीगल डिफेंस एंड एडूकेशन फंड (एसएएलडीइएफ) और सिख कोअलिशन नाम की दो संस्थाओं ने भी सोशल मीडिया पर अभियान शुरू किया है। फेसबुक और ट्विटर पर इसे लोगों का खूब समर्थन भी मिल रहा है।
दूसरे अपडेट पाने के लिए IBNKhabar.com के Facebook पेज से जुड़ें। आप हमारे Twitter पेज को भी फॉलो कर सकते हैं।
IBNkhabar के मोबाइल वर्जन के लिए लॉगआन करें m.ibnkhabar.com पर!
अब IBN7 देखिए अपने आईपैड पर भी। इसके लिए IBNLive का आईपैड एप्स डाउनलोड कीजिए। बिल्कुल मुफ्त!
0 comments:
Post a Comment