Sunday 5 October 2014

‘स्वच्छता-मिशन’ के 3 दिन बाद क्या ...




नई दिल्ली। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जन्मदिन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिशन स्वच्छ भारत की शुरुआत की थी। देश को साफ रखने के लिए प्रधानमंत्री ने खुद झाड़ू लगाई और कूड़ा उठाया। उन्होंने पूरे देश के लोगों को इंडिया गेट पर शपथ दिलाई कि न गंदगी करेंगे, न गंदगी करने देंगे। उन्होंने इस दौरान राष्ट्रपिता को याद करते हुए कहा था कि राष्ट्रपिता ने स्वच्छ भारत का सपना देखा था, लेकिन आजादी के 67 साल बाद भी हम बापू के सपने को पूरा नहीं कर पाए हैं। पीएम ने कहा कि देश की 125 करोड़ जनता को मिलकर बापू का सपना पूरा करना है।


गौरतलब है कि पीएम मोदी ने इस मौके पर 9 मशहूर हस्तियों को मिशन स्वच्छ भारत से जुड़ने के लिए निमंत्रित किया। दिल्ली समेत देश के करोड़ों लोग इस स्वच्छता अभियान में शामिल हुए। स्कूल-कॉलेजों में भी ये अभियान चलाया गया। मंत्री से संत्री तक सभी सफाई अभियान में जुड़े नजर आए। पीएम के इस मिशन के तीन दिन गुजरने के बाद जानने की कोशिश की गई कि पीएम के इस मिशन का हम पर कितना असर हुआ है। क्या पीएम मोदी के स्वच्छता मिशन के बाद दिल्ली वाकई सुधरी है?


सरकार की स्वच्छता अभियान का असर दिल्ली में देखने को मिल रहा है। खासकर उन इलाकों में पहले से ज्यादा साफ-सफाई नजर आने लगी है जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 अक्टूबर को गए थे और सफाई अभियान में शरीक हुए थे। लोगों का सफाई को लेकर नजरिया बदला है। मोदी ने दो अक्टूबर को मंदिर मार्ग थाने में औचक दौरा कर झाड़ू लगाई थी, अब यहां सफाई की जा रही है ताकि कहीं पर थोड़ी सी भी गंदगी न रह जाए। पुलिस वालों को अब भी डर सता रहा है कि कहीं कोई आ धमक न जाए।


दूसरी तरफ दिल्ली के पुलिस कमिश्नर थाने में जाकर श्रमदान कर रहे हैं। मंदिर मार्ग थाने में मीडिया की एंट्री पर बैन है, हालांकि सफाई का काम किया जा रहा है। बाल्मीकि बस्ती में पहले के दिनों से ज्यादा साफ सफाई है। कॉलोनी में कहीं पर कूड़ा नजर नहीं आ रहा है। लोग पहले से ज्यादा सफाई कर रहे हैं और कूड़ा कूड़ेदान में ही डालते हैं।


बात करें नई दिल्ली रेलवे स्टेशन की तो दो अक्टूबर को यहां रेल मंत्री सदानंद गौड़ा ने झाड़ू लगाई थी। यहां पर अब भी साफ सफाई है, हालांकि हमें कहीं कहीं पर कूड़े के ढेर जरुर नजर आए। लोग सफाई को लेकर संतुष्ट नजर आए। मुसाफिर पुनीत के मुताबिक सफाई को आगे भी बढ़ाना चाहिए। मुसाफिर राकेश के मुताबिक अंदर गंदगी है, लेकिन बाहर साफ है। दिल्ली के लुटियन जोन में भी सफाई बेहतर है। सफाई कर्मचारी दोपहर में भी सड़कों पर झाड़ू लगाते नजर आते हैं। हालांकि असल में सफाई को लेकर लोगों का नजरिया बदला है या नहीं, इसका अंदाजा तो कुछ दिन बाद लग पाएगा।


दूसरे अपडेट पाने के लिए IBNKhabar.com के Facebook पेज से जुड़ें। आप हमारे Twitter पेज को भी फॉलो कर सकते हैं।


IBNkhabar के मोबाइल वर्जन के लिए लॉगआन करें m.ibnkhabar.com पर!


अब IBN7 देखिए अपने आईपैड पर भी। इसके लिए IBNLive का आईपैड एप्स डाउनलोड कीजिए। बिल्कुल मुफ्त!






Categories:

0 comments:

Post a Comment